Beauty

मेहन्दी

मेहन्दी अर्थात अस्थाई रंग देने वाले पत्ते, जिनसें हाथों, पावों और बालों को हल्का या गहरा लाल रंग दिया जा सके। हाथों और पावों को अस्थायी रूप से सजाने की कला सदियों से चली आ रही है जिसे मेहन्दी या हिना कहा जाता है। प्राचीन काल में सभी शुभ अवसरों पर मेहन्दी लगाई जाती थी। विवाह के शुभ अवसर पर मेहन्दी दुल्हन के श्रृगांर का हिस्सा माना जाता था। मेहन्दी से हाथों, नाखुनों तथा पावं को सजाया जाता था जिसे शुभ माना जाता था। आजकल विवाह के अवसर पर दो दिन पहले मेहन्दी लगाने के दिन को त्यौहार की तरह मनाया जाता है जिसे मेहन्दी की रात कहा जाता है। मेहन्दी को प्रेम एवं प्यार का प्रतीक माना जाता है। वर-वधु के अलावा परिवार के सदस्य भी हाथों तथा पावों में मेहन्दी लगा कर अपनी खुशी जाहिर करते हैं।

Lawsonia Inermis नामक bush जो अन्दाजन छ: से बीस फीट ऊंचा होता है, उसके पत्तों को सुखा कर पॉउड़र बना कर, उसका घोल बना कर लगाया जाता है। पहले इसे माचिस की तीली या किसी तिनके से लगाया जाता था। परंतु आजकल प्लास्टिक पेपर को कोन के आकार का बना कर उसमें मेहन्दी का पेस्ट भर कर सुन्दर ड़िज़ाईन बनाए जाते हैं।

मेहन्दी को बालों पर भी कंड़िश्नर के तौर पर लगाया जाता है। जिससे बाल स्वस्थ और सुन्दर होते हैं।