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गुणकारी पदार्थ  सौंफ FENNEL SEEDS

भारतिय घरों में सौंफ का इस्तेमाल खाने के बाद किया जाता है क्योंकि इसको खाने से मुंह से हर तरह की बू समाप्त हो जाती है। सौंफ में बहुत से औषधीय गुण होते हैं, जिनका सेवन करने से हमारे स्वास्थ्य में काफी फायदा होता है। पेट की समस्याओं -पाचन, कब्ज, सूजन, और अन्य समस्याओं के लिए सौंफ बहुत फायदेमंद होती है। सौंफ का फल बीज के रूप में होता है और इसके बीज का प्रयोग किया जाता है। सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन, पोटैशियम, मैगनीस, जिंक जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं।

  • खाने के बाद सौंफ का सेवन करने से खाना अच्छे से पचता है तथा बदहजमी को दूर करता है।
  • सौंफ, जीरा व काला नमक मिलाकर चूर्ण बना कर खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ इस चूर्ण को लेना फायदेमंद होता है।
  • सौंफ को चबाने से मुंह में लार का उत्पादन बढ़ता है।
  • सौंफ मुंह में चिपके खाद्ध पदार्थों को निकाल कर हजम करवाने की क्रिया को शुरु करवाती है।  
  • प्रतिदिन सुबह-शाम सौंफ खाने से खून साफ होता है जो कि हमारी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है, इससे त्वचा में चमक आती है।
  • एंटीबैक्टिरियल और एंटी-ऑक्सीड़ैंट गुणो के कारण सौंफ हमारी त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
  • इसलिए सौंफ बनाया हुआ सोल्युशन त्वचा पर लगाने से त्वचा हैल्दी और रिंकल फ्री होता है।  
  • पेट में दर्द होने की स्थिति में भुनी हुई सौंफ चबाने से आराम मिलता है।
  • सौंफ की ठंडाई बनाकर पीने से गर्मी शांत होती है तथा जी मिचलाना बंद हो जाता है।
  • गले में खराश होने पर सौंफ चबाना चाहिए। सौंफ चबाने से बैठा हुआ गला भी साफ हो जाता है।
  • हाथ-पांव में जलन होने की शिकायत होने पर सौंफ के साथ बराबर मात्रा में धनिया कूट-छानकर, मिश्री मिलाकर खाना खाने के बाद एक छोटा चम्मच लेने से कुछ ही दिनों में आराम आ जाता है।
  • खट्टी डकारें आने पर थोड़ी-सी सौंफ पानी में उबालकर मिश्री डालकर पीने से आराम आ जाता है।
  • सौंफ चबाने से पाचन क्रिया का काम करने वाले जरूरी तत्व निकलते हैं जिससे बदहजमी दूर होती है|
  • इसके फाईबर से कब्ज की समस्या दूर होती है। 
  • पेट की समस्या के लिए सौंफ को मिश्री या चीनी के साथ पीसकर चूर्ण बना कर रात को सोते वक्त एक छोटा चम्मच गुनगने पानी के साथ खाने से पेट की समस्या नहीं होगी तथा गैस व कब्ज दूर होगा।
  • सौंफ और मिश्री के इस चूर्ण को सुबह-शाम कुछ हफ्तों तक लेने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
  • सौंफ में मूत्रवर्धक गुण होते हैं जिस कारण यह इड़ीमा होने से शरीर की रक्षा करते हैं।
  • सौंफ का सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ने लगती है जिससे हिमोग्लोबिन की मात्रा भी बढ़ जाती है।
  • सौंफ में पोटैशियम की अधिक मात्रा होने के कारण ह्र्दय-गति और ब्लड़-प्रैशर नियंत्रित रहता है। 
  • खांसी होने पर सौंफ बहुत फायदा करते हैं, सौंफ के 10 ग्राम अर्क को शहद में मिलाकर लेने से खांसी आना बंद हो जाता है।
  • सौंफ में मैगनीस का अच्छा स्रोत्र होता है।
  • इसलिए मैगनीस मिनरल के शरीर में इस्तेमाल होने से एंटी-ऑक्सीड़ैंट एंजाईम सुपर ऑक्साईड़ ड़िस्म्यूटेस का उत्पादन होता है जो कैंसर की सम्भावना को कम करता है।
  • सौंफ चबाने से पेट, त्वचा और स्तन कैंसर की सम्भावना कुछ हद तक कम होती है।