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चुकन्दर (Beet Root) के गुण

चुकन्दर एक गहरे लाल रंग का और थोड़ा सख्त होता है। इसे सालाद के रूप में खाया जाता है। इसमें फाईबर और कार्बोहाईड्रेट काफी मात्रा में पाया जाता है। बहुत से लोग नहीं जानते कि इसके पत्ते भी खाये जाते हैं जिनमें फोलीएट और लौह तत्व पाया जाता है। It increases the uptake of the oxygen by as much as 400%  

  • ये एंटीऑक्सीड़ेंट है जो अनेक प्रकार की बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है। इसे कच्चा, उबाल कर या भाप द्वारा पका कर भी खाया जा सकता है। यह बहुत तरह के रोगों में लाभकारी होता है।
  • चुकन्दर का जूस बदहज़मी में काफी लाभदायक होता है।
  • यदि चुकन्दर प्रतिदिन खाया जाए, तो ये फालतु वसा को शरीर से बाहर निकालता है।
  • चुकन्दर कब्ज़ को दूर करता है। इसका स्वाद थोड़ा नमकीन और थोड़ा मीठा होता है।
  • प्रतिदिन लाल चुकन्दर कुछ दिनों तक सालाद के रूप में खाने से खून की कमी दूर हो जाती है। ये खून को साफ करता है तथा शरीर की कमजोरी को दूर कर शरीर में लाली लाता है।
  • यदि गुर्दे में पथरी के कारण कष्ट एवं दर्द हो तो चुकन्दर को पानी में उबाल कर उस पानी को करीब 50 ग्राम रोज पीना चाहिए और खाने के साथ 100 ग्राम खीरा खाना चाहिए। पथरी टूट-टूट कर पेशाब (Urine) के साथ निकल जायेगी।
  • चुकन्दर को पानी में उबाल कर, मसल कर छान लें और 25-50 ग्राम दिन में चार बार पीने से काफी फायदा होता है।
  • चुकन्दर blood pressure के लिए फायदेमन्द होता है यदि चुकन्दर का जूस प्रतिदिन एक निश्चित मात्रा में पीया जाए तो ब्लड़ प्रैशर को नियंत्रण में लाया जा सकता है।
  • चुकन्दर पेट और intestine आंतड़ियों को साफ करता है।
  • चुकन्दर का जूस कैंसर को ठीक होने में मदद करता है।
  • यदि लहसुन या प्याज़ खाया हो तो एक टुकड़ा चुकन्दर खाना फ्रेशनर का काम करता है।