कब्ज होने का मतलब ही यही है कि पेट ठीक तरह से साफ नहीं हुआ है या शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो गई है। अनियमित दिनचर्या और खानपान के कारण कब्ज और पेट में गैस की समस्या आम समस्या हो गयी है। कब्ज के दौरान व्यक्ति खुद को तरोताजा महसूस नहीं कर पाता। कब्ज होने के कारण पेट भी फूलता है। अगर लंबे समय से कब्ज रहता है और इसका इलाज नहीं करावाते हैं तो ये एक भयंकर बीमारी का रूप ले सकती है। कुछ आदते ऐसी होती हैं जिसकी वजह से इस तरह की समस्या हो जाती है। कभी ज्यादा खा लिया या फिर रात का भोजन करते ही सो जाना इन कारणों से भी ऐसा हो सकता है। दरअसल, पानी और तरल पदार्थों की कमी कब्ज का मुख्य कारण है। तरल पदार्थों की कमी से मल आंतों में सूख जाता है और मल निष्कासन में जोर लगाना पडता है। जिससे परेशानी होने लगती है।
कब्ज होने पर व्यक्ति को पेट संबंधी तकलीफें भी होती हैं जैसे पेट दर्द होना, मल पूरी तरह से न निकलना आदि। कब्ज के लिए आयुर्वैदिक इलाज काफी कारागर होते हैं। जिन से कब्ज को दूर किया जा सकता है।
कुछ उपाय यहाँ दिये जा रहे हैं। जिन्हें अपना कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
कब्ज होने की स्थिति में चोकर की रोटी खानी चाहिए। क्योंकि चोकर रूखा होता है इसमें अघुलनशील फाइबर (Cellulose) होता है और पानी ज्यादा सोखता है और पेट में मल को सूखने नहीं देता। चोकर वाली रोटी खाने से पाचन दुरुस्त रहता है और कब्ज की समस्या नहीं आती।
शहद की बात की जाये तो इसका सानी कोई नहीं। रात को सोने से पहले एक कप हल्का गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिला कर पीने से कब्ज में आराम मिलता है।
कब्ज होने पर अधिक तरल पदार्थ और सादा भोजन जैसे दलिया, खिचड़ी आदि का सेवन करना चाहिए। तला हुआ गरिष्ठ भोजन नहीं करना चाहिए।
कब्ज के दौरान कई बार सीने में भी जलन होने लगती है। एसीडिटी होने पर खाली पेट शक्कर और घी को मिलाकर खाने से राहत मिलती है।
हरी सब्जियोँ और फलों जैसे पपीता, अंगूर, गन्ना, अमरूद, टमाटर, चुकंदर, अंजीर फल, पालक का रस या कच्चा पालक खाने से आराम मिलता है। किशमिश या मुनक्का को पानी में भिगोकर खाने से कब्ज दूर करने में मदद मिलती है।
कब्ज को दूर करने के लिए ईसबघोल की भूसी रामबाण का काम करती है। रात को सोने से पहले गर्म दूध में या फिर पानी के साथ लेने से कब्ज से निजात मिलती है।
खाने में हरी पत्तेदार सब्जियोँ के अलावा रेशेदार सब्जियाँ भी जरूर खानी चाहिए। इससे शरीर में तरल पदार्थों में बढ़ोत्तरी होती है।
चिकनाई वाले पदार्थ भी कब्ज के दौरान लेना अच्छा रहता है।
गर्म पानी और गर्म दूध कब्ज दूर करते हैं। रात को गर्म दूध में कैस्टर ऑयल यानी अरंडी का तेल डालकर पीना कब्ज को दूर करने में काफी फायदेमंद है।
नींबू को पानी में डालकर पीना, दूध में घी डालकर पीना, गर्म पानी में शहद डालकर पीने से कब्ज दूर होती है। सुबह-सुबह गर्म पानी पीने से भी कब्ज को दूर करने में काफी मदद मिलती है।
कब्ज के लिये त्रिफला बहुत ही फायेदेमंद होता है अर्थात आवंला, बहेडा और हरड को बराबर मात्रा में मिला कर पीस कर बनाया जाता है। यदि दो चम्मच त्रिफला को 2 ग्लास पानी में रात भर के लिये छोड दें और सुबह इस पानी को छान कर पी लें। या फिर किसी भी रूप में त्रिफला लेना कब्ज में सहायक होता है।
अलसी के बीज का पाउडर पानी के साथ लेने से कब्ज में राहत मिलती है
इस तरह के प्राकृतिक उपचार और आयुर्वैदिक उपचार से कब्ज को हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है।