Hast Mudra

व्यान मुद्रा/उदान मुद्रा/समान मुद्रा

व्यान मुद्रा

तर्जनी और मध्यम अंगुली के अग्र भाग को अंगूठे के अग्र भाग से मिला कर बाकी की अंगुलियों को सीधा रखने से व्यान मुद्रा बनती है। व्यान वायु का सम्बंध  जल तत्व और स्वाधिष्ठान चक्र से है। व्यान वायु सारे शरीर में घूमती है। इसका कार्य सभी स्थूल और सूक्ष्म नाड़ियों में रक्त संचार बनाए रखना है। इस मुद्रा को सुबह-शाम 30-30 मिनट तक लगानी चाहिए।

  • व्यान मुद्रा करने से खून का संचार ठीक होता है तथा इससे सम्बन्धी रोग समाप्त होते हैं।
  • व्यान मुद्रा से ह्र्दय सम्बन्धी रोगों में लाभ मिलता है।
  • व्यान मुद्रा निम्न रक्त चाप और उच्च रक्त चाप दोनों में लाभकारी है। इस मुद्रा से रक्त चाप सामान्य बना रहता है।

उदान मुद्रा

तर्जनी अंगुली, मध्यम अंगुली और अनामिका के अग्र भाग को अंगूठे के अग्र भाग से मिला कर छोटी अंगुली को सीधा रखने से उदान मुद्रा बनती है। उदान वायु का सम्बंध आकाश तत्व और विशुद्धि चक्र से है। उदान वायु गले से लेकर खोपड़ी तक घूमती है।

  • उदान मुद्रा से बुद्धि का विकास होता है और समझदारी बढ़ती है।
  • उदान मुद्रा से मन और मस्तिष्क दोनों पर असर पड़ता है।
  • व्यान मुद्रा से थायरॉड़ सम्बन्धी रोगों में फायदा होता है।

समान मुद्रा

हाथों की चारों अंगुलियों के अग्र भाग को अंगूठे के अग्र भाग से मिलाने से समान मुद्रा बनती है। समान मुद्रा बनने के बाद ये किसी पक्षी की चौंच की तरह आकार ले लेती है। इससे पांचों अंगुलियों के पाँचों तत्वों का लाभ प्राप्त होता है। समान मुद्रा से शुक्र ग्रह प्रभावित होता है और ये मुद्रा आज्ञा चक्र को जागृत करती है। समान वायु का सम्बंध अग्नि तत्व और मणिपुर चक्र से है। समान वायु नाभि से ह्रदय तक चलती है। समान वायु भोजन से रस निकाल कर पोषक तत्वों को सभी अंगों में बांटना तथा पाचन क्रिया का कार्य करती है। समान मुद्रा केवल 5 से 10 मिनट ही करनी चाहिए।

  • समान मुद्रा लगा कर शरीर में जिस स्थान पर तकलीफ हो वहां पर ये चौंच रखने से तकलीफ में आराम मिलता है।
  • समान मुद्रा से पराक्रम और शक्ति का उदय होता है।
  • समान मुद्रा से मन और तन की शक्ति बढ़ती है।
  • पाँचों तत्वों के मिलने से तन, मन और बुद्धि पर नियंत्रण रहता है जिससे दुर्धटनाओं से बचा जा सकता है।
  • समान मुद्रा के अभ्यास से ऐश्वर्य और आनन्द की प्राप्ति होती है।
  • समान मुद्रा लेजर थैरेपी का काम करती है, जिस स्थान पर समान मुद्रा की चौंच रखी जाती है उस स्थान पर ये लेज़र थैरेपी का काम करती है।