पत्थर, इंटों से बना हुआ मकान लेकिन मकान में जब इंसान रहते हैं तो घर बनता है। घर को साफ-सुथरा, सुन्दर और कलात्मक तरीके से सजा कर रखें जहां अपने सारे सपनों को साकार करने में लगा इंसान अर्थात प्रत्येक व्यक्ति अपने सपनों को पूरा करने में लगा रहता है। घर चाहे छोटा हो या बड़ा अलग-अलग तरीके से सजाने की सभी की अपनी-अपनी कोशिश रहती है। जरूरी नहीं कि घर बड़ा हो और बहुत पैसा हो तभी घर को सजाया जा सकता है। घर की सजावट कैसी हो ये अपने-आप में विशेष महत्व रखती है। अपनी आमदनी के अनुसार हर चीज़ का आनन्द उठाया जा सकता है। केवल तरीकों में अंतर होता है। कुछ जानकारियां जिनसे घर सज़ाने में मदद मिल सकती है।
न्युजीलैंड के मौसम को देखते हुए परदों की बात करें तो शानदार परदों का चुनाव किया जा सकता है। सुंदरता को देखते हुए झीने परदे नैट या फिर टिशु के परदे लगा सकते हैं। झीने परदों से सुबह की हल्की धूप का आनंद भी लिया जा सकता है। ऊपर से मोटे परदे अपने फर्नीचर और दिवारों के रंगों के अनुसार और अपनी सामर्थ्य के अनुसार लगा सकते हैं। क्योंकि शाम के समय सर्दियों में ठंडक होने पर मोटे परदे गिरा सकते हैं अर्थात फैला सकते हैं।
- परदों के बाद दिवारों की बात करें तो काफी लोग वॉल पेपर (Wall paper) भी लगाना पसंद करते हैं। या फिर पेन्टिंग (painting) की जाये तो अपने फर्नीचर के रंगों और परदों के रंगों से मेल खाता हुआ भी किया जा सकता है। या फिर परदों के रंगों से बिल्कुल उल्टा रंग (Contrast Colour) का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। दिवारों पर सॉफ्ट और ब्राईट रंग (Bright Colour) फ्रैशनस (Freshness)देते हैं और आँखों को सुकून मिलता है।
- वुडन फ्लॉर (Wooden Floor) या फिर कारपैट (Carpet) ये भी ऐसे होने चाहिएं जिससे बाकी सारा फर्नीचर और परदे मेल खाते हो। और अगर फर्श है तो बस डिजाईन की तो बात ही मत पूछिए क्योंकि एक से एक सुंदर और आकृषक डिजाईन आजकल करवाने को हैं। या फिर सुंदर कॉरपैट भी लगवाया जा सकता है।
- छोटा घर होने की स्थिति में भी परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि ऐसा होने पर ऐसे सोफा और बैड़ का इस्तेमाल किया जाये जो कम जगह घेरते हों। बैड और सोफा बॉक्स वाले भी बनवाए जा सकते हैं या सोफा कम बैड़ भी बनवा सकते हैं। जरूरत के अनुसार केन का फर्नीचर भी लिया जा सकता है।
- सोफा और खिडकी के बीच कोई सामान नहीं रखना चाहिए वरना ताजा हवा आने में रुकावट हो जायेगी। इसकी बजाय खिडकी पर ताजा फूल रखे जा सकते हैं जिससे ताजा हवा के साथ-साथ भीनी-भीनी खुशबु भी मन को लुभाती रहे। ड्राईंग रूम के कोनों को आर्टीफिशियल फूलों से और छोटे-छोटे शो पीस से सजाया जा सकता है।
- एक कोने में लैम्प शेड लगा कर ड्राइंग रूम की रोनक बढा सकते हैं। लैम्प शैड में सी-एफ-एल का प्रयोग किया जा सकता है।
फर्नीचर मैटल का हो, लकड़ी का हो या स्टोन का हो सभी तरह के फर्नीचर की देखभाल बहुत जरूरी है। सही तरीके से की गयी देखभाल फर्नीचर की उम्र बढा देती है।